विश्व तीर्थ स्थल खेजङली/ पर्यावरण तीर्थराज खेजङली धाम बिश्नोई समाज में आठ धामों को श्रेष्ठकर माना गया है जो बिश्नोईयों के लिए किसी तीर्थ से कम नहीं है। इन आठ धामों के अतिरिक्त भी एक तीर्थराज धाम है …
खेजड़ली बलिदान : खेजड़ली री कथा //कुंडलिया// मनख मिटावै बिरछ नै, बिरछ बचावै मनख । लै भाया बिरछ लगाव, प्रेम जीवन मैँ भर ॥ प्रेम जीवन मैँ भर मिलसी ठाडी छाँवङी। सांसा रो आधार लंघेला पार नावङी ॥ कहे किस…
सुब्ध विश्व जाग उठा, धरा भी रोती सुनाई दी, मरू की पाक धरा पर अलबेली अलख दिखाई दी, प्रकृति की विरह हरण की अनुगुंज सुनाई दी, प्रकृति प्रेमी पथ पर अहिंसा की लहर दिखाई दी, मध्य सदी से मरूधरा में महत्ता त…
Copyright (c) 2020 © Bishnoism - An Eco Dharma All Right Reseved
Social Plugin